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राष्ट्रीय विद्यालय प्रबन्धक संघ ने जंगल कौड़िया और भरोहिया के खंड शिक्षा अधिकारियों को सम्मानित किया

गोरखपुर/ राष्ट्रीय विद्यालय प्रबन्धक संघ गोरखपुर इकाई ने शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जंगल कौड़िया के खंड शिक्षा अधिकारी लवकुश कुमार और भरोहिया के खंड शिक्षा अधिकारी नीलम को सम्मानित किया। यह सम्मान समारोह संघ के जिलाध्यक्ष गणेश प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें दोनों खंड शिक्षा अधिकारियों को पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्र प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय विद्यालय प्रबन्धक संघ गोरखपुर शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और गुणवत्ता लाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। संघ के सदस्यों का उद्देश्य स्कूलों में प्रबंधन व्यवस्था को बेहतर बनाना और शिक्षकों तथा स्कूल संचालकों के बीच सहयोग बढ़ाना है। संघ ने जनपद के विभिन्न विकास खंडों के शिक्षा अधिकारियों से संपर्क स्थापित कर शिक्षा के समग्र स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में कई प्रयास किए हैं। इन प्रयासों का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को हल करना और एक बेहतर शैक्षिक माहौल बनाना है।

राष्ट्रीय विद्यालय प्रबन्धक संघ का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। खंड शिक्षा अधिकारियों को सम्मानित करना उनके उत्कृष्ट कार्य को प्रोत्साहित करता है और अन्य शिक्षकों को प्रेरित करता है कि वे भी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने में अपना योगदान दें। इस प्रकार, संघ का यह कदम न केवल गोरखपुर जिले बल्कि पूरे शिक्षा क्षेत्र के लिए लाभकारी साबित होगा।
राष्ट्रीय विद्यालय प्रबन्धक संघ का उद्देश्य शिक्षा के गुणवत्ता सुधार की दिशा में काम करना है। संघ के सदस्य विभिन्न स्कूलों के प्रबन्धकों और शिक्षाधिकारियों के साथ मिलकर एक सकारात्मक और प्रभावी शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। संघ का मानना है कि शिक्षा का स्तर तभी ऊंचा किया जा सकता है जब शिक्षक, प्रबन्धक और शिक्षा अधिकारी मिलकर कार्य करें। इसके अलावा, संघ शिक्षा के नए आयामों को हासिल करने के लिए भी लगातार प्रयासरत है।
इस सम्मान समारोह में संघ के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे। जिलाध्यक्ष गणेश प्रसाद शर्मा ने कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाई, जबकि जिला महामंत्री अरुण कुमार रावत, जिला कार्यालय प्रभारी उमेश चौधरी, जिला मीडिया प्रभारी कन्हैया लाल जायसवाल, और एम्पल कान्वेंट की प्रबन्धक डॉ. सुनीता सिंह सहित अन्य कई प्रतिष्ठित प्रबन्धक भी समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर सभी ने संघ के प्रयासों की सराहना की और शिक्षा के क्षेत्र में और सुधार लाने के लिए एकजुट होकर काम करने की बात की।

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बापू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लगाया गंभीर आरोप

गोरखपुर: एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बापू इंटर कॉलेज में किया जोरदार प्रदर्शन, पांच सूत्रीय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
गोरखपुर जनपद के पीपीगंज क्षेत्र स्थित बापू इंटर कॉलेज एक बार फिर विवादों में घिर गया, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. बीके यादव के बीच ऑफिस के अंदर और बाहर आने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। मामले ने तब तूल पकड़ा जब नाराज कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि मांगे पूरी नहीं की गईं तो कॉलेज के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी जाएगी।

प्रदर्शन की मुख्य वजहें: छात्र हितों की अनदेखी
प्रदर्शन के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन छात्रों से पीटीएम शुल्क, प्रवेश फॉर्म, परिचय पत्र और टाई के नाम पर अवैध रूप से पैसे वसूल रहा है। उन्होंने इन शुल्कों की तत्काल वापसी की मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह आर्थिक शोषण छात्रों और उनके परिवारों पर अनावश्यक बोझ डाल रहा है।

पुलिस हस्तक्षेप और मांगों की स्वीकृति
प्रदर्शन के दौरान जब मामला ज्यादा बढ़ गया और कॉलेज परिसर में तनाव का माहौल बन गया, तो प्रधानाचार्य डॉ. बीके यादव ने स्थानीय पुलिस को बुला लिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी एबीवीपी कार्यकर्ता प्रदर्शन पर अड़े रहे और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी जारी रखी।
हालात को संभालते हुए पुलिस ने कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की और प्रधानाचार्य से चर्चा की। अंततः डॉ. यादव ने लिखित रूप में सभी मांगों को मानने का आश्वासन दिया और एक पत्र जारी किया, जिसमें सभी अनावश्यक शुल्क वापस करने और छात्र हितों को प्राथमिकता देने की बात कही गई। इस लिखित आश्वासन के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने लगाए गंभीर आरोप
प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रधानाचार्य पर कई गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि डॉ. बीके यादव छात्रों के साथ मनमानी करते हैं और शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्ट कर रहे हैं। छात्रों से जबरन शुल्क वसूली की जाती है और विरोध करने पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है।
कार्यकर्ताओं ने बताया कि पूर्व में भी इसी कॉलेज में प्रवेश शुल्क को लेकर विरोध हुआ था, जिसमें एबीवीपी की पहल पर ही प्रशासन को पीछे हटना पड़ा था। अब एक बार फिर जब छात्रों के हितों की अनदेखी हो रही है, तो एबीवीपी ने मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता चुना।
छात्रों की चुप्पी: डर और दबाव का संकेत
इस पूरे मामले में कुछ छात्रों ने मीडिया से नाम न छापने और कैमरे में नहीं आने की शर्त पर बातचीत की। उनका कहना था कि जब से वर्तमान प्रधानाचार्य कॉलेज में आए हैं, तब से शैक्षणिक वातावरण में गिरावट आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानाचार्य का व्यवहार छात्रों के प्रति अनुचित और अपमानजनक होता है।
एक छात्र ने बताया, “हम कुछ कहने से डरते हैं, क्योंकि अगर विरोध करते हैं तो हमें टारगेट किया जाता है और मानसिक दबाव बनाया जाता है।“ और छात्रों ने प्रधानाचार्य के रंगीन मिजाज और तानाशाही रवैये को लेकर भी सवाल उठाए और कहा कि यह विषय न सिर्फ कॉलेज के भीतर बल्कि बाहर भी चर्चा का कारण बन गया है।
शिक्षा का गिरता स्तर बना चिंता का विषय
बापू इंटर कॉलेज को एक समय क्षेत्र के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में गिना जाता था, लेकिन अब छात्रों और अभिभावकों के बीच शिक्षा की गुणवत्ता और प्रशासनिक पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। एबीवीपी का यह प्रदर्शन सिर्फ शुल्क वापसी की मांग नहीं थी, बल्कि यह छात्रों के भविष्य की रक्षा और कॉलेज प्रशासन की जवाबदेही तय करने की मांग भी थी।
एबीवीपी की मांगें क्या थीं? (5 सूत्रीय ज्ञापन)
- पीटीए, प्रवेश फॉर्म, परिचय पत्र, टाई और पैरेंट्स मीटिंग के लिए लिए गए शुल्क को तत्काल वापस किया जाए।
- छात्रों के साथ हो रही मानसिक प्रताड़ना को रोका जाए और दोषियों पर कार्रवाई हो।
- कॉलेज प्रशासन पारदर्शी कार्यशैली अपनाए और सभी गतिविधियों की जानकारी सार्वजनिक की जाए।
- छात्रों के शैक्षणिक अधिकारों की रक्षा की जाए और मनमानी फीस प्रणाली को समाप्त किया जाए।
- भविष्य में छात्र विरोधी गतिविधियों को रोका जाए और संवाद स्थापित करने के लिए छात्र प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
गोरखपुर के बापू इंटर कॉलेज में एबीवीपी द्वारा किया गया यह प्रदर्शन न सिर्फ एक संस्थान की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था की वर्तमान स्थिति पर भी गंभीर चिंतन की मांग करता है। जब छात्रों को उनकी आवाज उठाने के लिए आंदोलन करना पड़े, तो यह साफ संकेत है कि कहीं न कहीं शासन-प्रशासन और शिक्षा विभाग को सजग और सक्रिय होने की जरूरत है।
अब देखना यह होगा कि क्या कॉलेज प्रशासन अपने वादों पर कायम रहता है या फिर एबीवीपी और छात्रों को एक बार फिर आंदोलन करना पड़ेगा।
इस दौरान एबीवीपी के गोरखपुर विभाग के विभाग संगठन मंत्री राजवर्धन सिंह, जिला संगठन मंत्री रंजीत सिंह, प्रांत जन जाति सह संयोजक गुलशन रावत, प्रांत कार्यसमिति सदस्य रामआशीष निषाद, प्रांत मीडिया सह संयोजक रमण शुक्ल, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य राहुल पासवान, जिला संयोजक जयवीर सिंह, नवनीत सिंह, शनि सिंह, आदित्य चौबे, अजय नायक, विवेक नारायण, अमजद खान, सत्यम त्रिपाठी, अमन मद्धेशिया और सौम्या सिंह आदि कार्यकर्ता और कस्बा चौकी प्रभारी नितिन श्रीवास्तव, एसआई अनिकेत भारती, कांस्टेबल अमरनाथ और थाना प्रभारी पीपीगंज धर्मेंद्र सिंह अपने दल बल के साथ उपस्थित रहे।
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राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के आह्वाहन पर एक अप्रैल को जीवन दिवस के रूप में मनाया गया

गोरखपुर/ पीपीगंज भरोहिया ब्लाक के जीवन ज्योति इन्टरमीडिएट कालेज कल्यानपुर पीपीगंज गोरखपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे विद्यालय के प्रतिभावान बच्चों को उत्साहवर्धन हेतु अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। साथ ही राष्ट्रीय विद्यालय प्रबंधक संघ के आह्वाहन पर संघ के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने अपने अपने विद्यालयों में एक अप्रैल को मूर्ख दिवस का बहिष्कार करते हुए जीवन दिवस के रूप में मनाने की अपील किए।

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके द्वीप प्रज्वलित किया गया और विद्यालय के छात्राओं द्वारा स्वागत से सभी अतिथियों का स्वागत किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथियों को बैज लगाकर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद विद्यालय के छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किया गया। जिसमे छात्राओं की प्रस्तुति मनमोहक रही। सभी मंत्रमुग्ध हो देख रहे थे।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रतिभावान छात्र और छात्राओं को मुख्य अतिथि पीपीगंज नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मण विश्वकर्मा और कैंपियरगंज के वन क्षेत्राधिकारी समर सिंह एवं विकास खंड भरोहिया के खंड विकास अधिकारी अरुण कुमार ने बच्चों को अंक पत्र, सर्टिफिकेट और मेडल देते हुए उनको आगे बढ़ने की प्रेरणा दिए। और उनके उज्जवल भविष्य को संवारने के लिए विद्यालय प्रबंधन को बधाई एवं शुभकामनाएं दिये।
और मुख्य अतिथि वन क्षेत्राधिकारी कैम्पियरगंज रेन्ज समर सिंह द्वारा विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर रेंजर कैंपियरगंज ने अपने उद्बोधन में पर्यावरण को बचाने एवं समाज को जीवन दान के लिए एक अच्छा कदम बताया। और आगे उन्होंने आगे बताया कि आने वाले दिनों में पर्यावरण को स्वच्छ रखने में बड़ी कठिनाई होगी। जिसे हम लोग पेड़ पौधे लगाकर ही इस कठिनाई को दूर कर सकते है।
वहीं कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि खण्ड विकास अधिकारी भरोहिया अरुण कुमार ने बच्चों को आगे बढ़ने का प्रेरणा दिया। उन्होंने कहा कि सभी बच्चे प्रतिभावान होते है। बस उनको सही मार्गदर्शन दिखाने वाले गुरु होने चिहिए।
विद्यालय के प्रबन्धक डा आर एन जायसवाल ने सभी अतिथियों सहित पत्रकारों को माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य कन्हैया लाल जायसवाल ने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया। उक्त अवसर पर पूर्व बीडीसी श्रीपत, बीडीसी श्याम सुन्दर, पूर्व प्रधान अकटहवा विनोद जायसवाल एवं शिक्षक सुशील मिश्रा, ओम प्रकाश यादव, शिवचन्द, शीला, कमलावती, शाम्भवी, सोनी, प्रियंका, बन्दना, पुष्पा, अनुराधा, साक्षी, गरिमा, शशिकला सहित शिक्षक/शिक्षिकाएं व अभिभावक तथा बच्चे मौजूद रहे।
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पर्यावरण संरक्षण के लिए किया गया पौधरोपण

गोरखपुर / पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे सभी को अपनाना चाहिए। इसी दिशा में 1 अप्रैल, 2025 को गोरखपुर के जंगल कौड़िया स्थित परम ज्योति इंटर कॉलेज, रसूलपुर चकिया में ‘जीवन दिवस’ के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शिक्षकों, विद्यार्थियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाना था।

वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत
सुबह आयोजित इस अभियान में नीम, पीपल, बरगद, आम, रबर और लीची जैसे कई उपयोगी पौधे लगाए गए। ये पौधे न केवल वायु को शुद्ध करते हैं, बल्कि जैव विविधता को भी बढ़ावा देते हैं। स्कूल के प्रबंध निदेशक रवि प्रताप सिंह ने कहा, “पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण अत्यंत आवश्यक है। पेड़ हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, प्रदूषण कम करते हैं और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में सहायक होते हैं।”

पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता
रवि प्रताप सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि केवल पौधे लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनकी देखभाल और संरक्षण भी आवश्यक है। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। छात्रा शिवांगी ने कहा, “पौधे हमारे जीवन का आधार हैं। इनसे हमें ऑक्सीजन, फल-फूल और औषधीय जड़ी-बूटियाँ मिलती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।”
वृक्षारोपण का दीर्घकालिक प्रभाव
पेड़-पौधे मिट्टी के कटाव को रोकने और वर्षा को आकर्षित करने में सहायक होते हैं। यह वृक्षारोपण अभियान केवल एक दिन का आयोजन न होकर, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक स्थायी पहल थी। स्थानीय प्रशासन और विद्यालय प्रबंधन ने इसे भविष्य में भी जारी रखने का संकल्प लिया।
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